लेखक फणीश्वरनाथ रेणु ने कोसी अंचल का परिचय किस तरह दिया है? Lekhak fnisvr nath renu ne kosi anchal ka parichay kis tarah diya hai
सवाल: लेखक फणीश्वरनाथ रेणु ने कोसी अंचल का परिचय किस तरह दिया है?
फणीश्वरनाथ रेणु ने अपने संस्मरण एवं रिपोर्ताज “उत्तरी स्वप्न परी : हरी क्रांति” में कोसी अंचल का परिचय निम्नलिखित रूप में दिया है:
भौगोलिक स्थिति
कोसी अंचल बिहार राज्य के उत्तरी भाग में स्थित है। यह अंचल कोसी नदी के तट पर बसा है। कोसी नदी नेपाल से निकलकर बिहार में प्रवेश करती है और फिर बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है। कोसी नदी एक प्राचीन और उग्र नदी है। यह बार-बार बाढ़ लाती है और इस अंचल को तबाह कर देती है।
सांस्कृतिक स्थिति
कोसी अंचल एक बहुसांस्कृतिक अंचल है। यहाँ विभिन्न जाति और धर्म के लोग रहते हैं। यहाँ की संस्कृति में हिन्दू और मुस्लिम संस्कृति का समावेश है। यहाँ की लोक संस्कृति भी बहुत समृद्ध है।
आर्थिक स्थिति
कोसी अंचल एक कृषि प्रधान अंचल है। यहाँ के लोग मुख्य रूप से खेती करते हैं। यहाँ की मिट्टी बहुत उपजाऊ है और यहाँ विभिन्न प्रकार की फसलें उगाई जाती हैं।
प्राकृतिक सौंदर्य
कोसी अंचल प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है। यहाँ की पहाड़ियाँ, नदियाँ, और जंगल बहुत मनोरम हैं। यहाँ के वन वन्यजीवों की भी भरमार है।
बाढ़
कोसी अंचल की सबसे बड़ी समस्या बाढ़ है। कोसी नदी बार-बार बाढ़ लाती है और इस अंचल को तबाह कर देती है। बाढ़ के कारण यहाँ के लोगों को बहुत कष्ट होता है।
रेणु का दृष्टिकोण
रेणु को कोसी अंचल बहुत प्रिय था। वे इस अंचल के लोगों की पीड़ा और संघर्ष को समझते थे। वे इस अंचल के विकास के लिए प्रयास करते थे। वे इस अंचल की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक समृद्धि से भी बहुत प्रभावित थे।
रेणु ने अपने लेखन में कोसी अंचल को बहुत सजीव रूप में प्रस्तुत किया है। उन्होंने कोसी अंचल के लोगों की पीड़ा और संघर्ष को भी बहुत मार्मिक रूप से चित्रित किया है।
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