स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस में झंडा फहराने में क्या अंतर है? Swatantrata diwas or gantantra diwas me jhanda fahrane me kya antar hai
सवाल: स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस में झंडा फहराने में क्या अंतर है?
स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस दोनों भारत के महत्वपूर्ण राष्ट्रीय पर्व हैं। इन दोनों पर्वों पर झंडा फहराया जाता है, लेकिन इन दोनों में झंडा फहराने के तरीके में कुछ अंतर होता है।
स्वतंत्रता दिवस पर झंडा फहराना
स्वतंत्रता दिवस पर झंडा फहराने की प्रक्रिया को ध्वजारोहण कहा जाता है। इस दिन प्रधानमंत्री लाल किले से झंडा फहराते हैं। झंडा फहराने के लिए सबसे पहले एक गाना बजाया जाता है। फिर प्रधानमंत्री झंडे के पास जाते हैं और उसे तिरपाल से बाहर निकालते हैं। इसके बाद वे झंडे को ऊपर की ओर खींचते हैं और उसे फहराते हैं। इस दौरान राष्ट्रगान गाया जाता है। झंडा फहराने के बाद प्रधानमंत्री देश को संबोधित करते हैं।
गणतंत्र दिवस पर झंडा फहराना
गणतंत्र दिवस पर झंडा फहराने की प्रक्रिया को झंडा फहराना कहा जाता है। इस दिन राजपथ पर एक भव्य परेड निकाली जाती है। परेड के समापन के बाद राष्ट्रपति राजपथ पर स्थित इंडिया गेट पर झंडा फहराते हैं। झंडा फहराने के लिए सबसे पहले एक गाना बजाया जाता है। फिर राष्ट्रपति झंडे के पास जाते हैं और उसे खोलते हैं। इसके बाद वे झंडे को फहराते हैं। इस दौरान राष्ट्रगान गाया जाता है। झंडा फहराने के बाद राष्ट्रपति राष्ट्र को संबोधित करते हैं।
स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर झंडा फहराने में निम्नलिखित अंतर हैं:
- स्वतंत्रता दिवस पर झंडा फहराने को ध्वजारोहण कहा जाता है, जबकि गणतंत्र दिवस पर झंडा फहराने को झंडा फहराना कहा जाता है।
- स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री लाल किले से झंडा फहराते हैं, जबकि गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति राजपथ पर स्थित इंडिया गेट पर झंडा फहराते हैं।
- स्वतंत्रता दिवस पर झंडे को तिरपाल से बाहर निकालकर ऊपर की ओर खींचा जाता है, जबकि गणतंत्र दिवस पर झंडे को खोलकर फहराया जाता है।
दोनों पर्वों पर झंडा फहराने का उद्देश्य देश की एकता और अखंडता को बनाए रखना है।
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