निजीकरण से नुकसान? Nijikaran ke nuksan
सवाल: निजीकरण से नुकसान?
निजी करण का मतलब देश में स्थापित कई सार्वजनिक कार्य को किसी क्षेत्र के को कार्य देना। जिससे कि सार्वजनिक कार्य में से सभी लोगों को फायदा मिलता था, पर निजी करण से कोई फायदा नहीं मिलेगा। उदाहरण के लिए जब सड़क सरकार के द्वारा बनाई जाती थी, तब उस सड़क पर किसी भी प्रकार का टैक्स नहीं लगता था, और लगता भी था तो बहुत कम, परंतु सड़क के निजी करण होने से सड़क का निर्माण निजी कंपनियां के द्वारा होने लगा, जिससे कि तो सड़क पर सभी लोग प्रयोग करने पर कंपनी सभी से टैक्स के रूप में पैसे लेती हैं। वर्तमान समय में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बहुत सी विभिन्न अंगों को निजी करण होने लगा है। जिससे कि वह सरकार द्वारा ना चला कर निजी कंपनी के द्वारा चलाई जाएगी। जिससे कि वहां के लोगों फ्री में मिलने वाली सेवा पर अब लोगों को टेक्स्ट देना पड़ेगा।
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