1815 की वियना संधि की तीन विशेषताएं लिखिए? 1815 ki viyana sandhi ki teen visheshtaen likhiye
सवाल: 1815 की वियना संधि की तीन विशेषताएं लिखिए?
1815 की वियना संधि, जो वियना कांफ्रेंस के रूप में भी जानी जाती है, उसकी तीन मुख्य विशेषताएं निम्नानुसार हैं:
1. तांत्रिक तात्पर्य: वियना संधि के माध्यम से, प्रमुख यूरोपीय राजनीतिक शक्तियां, जैसे कि ब्रिटेन, फ्रांस, और ऑस्ट्रिया, नवनिर्मित तांत्रिक प्रणाली को स्थापित करने की समझौता कर रही थीं। इसमें समांतर और सामरिक संधियों के माध्यम से शास्त्रीय न्याय, सद्भाव, और विश्व-शांति के मूल सिद्धांतों को प्रवर्तित किया गया।
2. तात्कालिक सीमाओं का स्थापना: वियना संधि के माध्यम से, एक नया राजनीतिक मानचित्र तैयार हुआ, जिसमें यूरोपीय राष्ट्रों के बीच सीमाओं को निश्चित करने की प्रक्रिया शुरू हुई। इसमें यूरोपीय राजनीतिक भूमि में स्थानीय बदलाव, सामरिक संघर्ष, और अधिकारों के वितरण की मान्यता को स्थापित किया गया।
3. बल की संरक्षण: वियना संधि एक बाध्यकारी यूरोपीय संघ की स्थापना के रूप में कार्य कर रही थी। इस संघ का मुख्य उद्देश्य था सुरक्षा और स्थिरता के साथ यूरोपीय शांति की सुरक्षा करना। वियना संधि द्वारा, राजनीतिक व्यवस्था, दूसरी जातियों की आपसी सहयोग, और यूरोप के प्रमुख राष्ट्रों के मध्य संघर्ष को कम करने के उपायों पर सहमति बनी।
वियना संधि ने यूरोपीय राजनीतिक भूमि को मजबूती और सुरक्षा की दिशा में मोड़ा, इसे यूरोपीय इतिहास की महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक माना जाता है।
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