सवाल: शैशवावस्था की प्रमुख विशेषताएं?
शैशवावस्था एक विशेषाधिकारिक चरण होता है जो एक बालक या बालिका की जन्म से लेकर उसकी प्राथमिक शिक्षा या प्रथम बालवास्था तक चलता है। इस अवस्था की प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
1. भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक विकास: शैशवावस्था में बच्चे का भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक विकास बहुत महत्वपूर्ण होता है। इस अवधि में बच्चे के मस्तिष्क और मानसिक विकास के लिए आवश्यक संकर्षण, ज्ञान और सामरिकता की क्षमता विकसित होती है।
2. भाषाई विकास: शैशवावस्था में भाषाई विकास की अवधि होती है, जब बच्चा अपनी मातृभाषा के अंतर्गत भाषा का सीखना और संवाद करने की क्षमता विकसित करता है। इस दौरान बच्चे शब्दावली और वाक्यांशों का अध्ययन करते हैं और संवाद में अभिनय करना सीखते हैं।
3. शारीरिक विकास: शैशवावस्था में शारीरिक विकास भी महत्वपूर्ण होता है। इस अवधि में बच्चे अपनी मां के दूध या आहार के माध्यम से विकसित होते हैं, जिससे उनका शारीरिक विकास और पोषण होता है। साथ ही, इस अवधि में बच्चे शारीरिक क्षमताओं, जैसे कि चलने, बोलने, पकड़ने और संपर्क स्थापित करने का सीखना भी करते हैं।
4. सामाजिक और भौतिक अभिवृद्धि: शैशवावस्था में बच्चा सामाजिक और भौतिक अभिवृद्धि करता है। यह अवधि उनके परिवार और सामाजिक मार्गदर्शन के माध्यम से सामाजिकता, साझेदारी और समानता के मूल्यों को सीखने का अवसर प्रदान करती है। बच्चे इस अवधि में दूसरों के साथ संघटनात्मक खेल खेलते हैं और समान अधिकार और जिम्मेदारी की भावना का विकास करते हैं।
इन प्रमुख विशेषताओं के माध्यम से, शैशवावस्था बच्चे की संपूर्ण विकास प्रक्रिया को समर्पित करती है और उन्हें आगे की जीवन की उत्कृष्टता के लिए मजबूत नींव प्रदान करती है।
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