छंद किसे कहते हैं छंद के प्रकारों के नाम लिखिए?
सवाल: छंद किसे कहते हैं छंद के प्रकारों के नाम लिखिए?
छंद संस्कृत और हिंदी काव्य में उपयोग होने वाले शब्दों को समय और ताल के अनुसार व्यवस्थित करने की एक विधि है। छंद आयोजन के अनुसार काव्य को सुंदर, संगठित और मधुर बनाता है। यहां कुछ प्रमुख छंद के प्रकार हैं:
1. गद्य छंद: गद्य छंद विन्यास और छंद की रीति को अनदेखा करते हुए प्रयोग किए जाने वाले छंद हैं।
2. श्लोक: श्लोक छंद में दो लिपियों में योजित 16 स्वरों की प्रवृत्ति होती है, जिसमें हर दो लिपियों में 8-8 स्वर होते हैं।
3. दोहा: दोहा छंद में दो लिपियों में योजित 24 स्वरों की प्रवृत्ति होती है, जिसमें हर दो लिपियों में 12-12 स्वर होते हैं।
4. त्रिविक्रम छंद: त्रिविक्रम छंद में तीन लिपियों में योजित 44 स्वरों की प्रवृत्ति होती है, जिसमें हर तीन लिपियों में 14-14-16 स्वर होते हैं।
5. अपभ्रंश छंद: अपभ्रंश छंद में छंद की पूरी प्रवृत्ति नहीं होती है, इसलिए यह विशिष्ट स्वर या अक्षरों के उपयोग के माध्यम से शब्दों को काव्य बनाता है।
यह केवल कुछ प्रमुख छंद के प्रकार हैं, और अन्य भी छंदों की विविधता होती है जो विभिन्न शास्त्रीय काव्यशास्त्रों और भाषाओं में प्रयोग होते हैं।
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