भारत में लोकतंत्र को स्थापित करने की चुनौती क्या थी? Bharat mein loktantra ko sthapit karne ki chunoti kya thi
सवाल: भारत में लोकतंत्र को स्थापित करने की चुनौती क्या थी?
भारत में लोकतंत्र को स्थापित करने की चुनौतियाँ निम्नलिखित थीं:
- सामाजिक विविधता: भारत एक विशाल और विविध देश है। इसमें विभिन्न धर्मों, जातियों, भाषाओं और संस्कृतियों के लोग रहते हैं। इन विभिन्न समूहों के बीच मतभेद और संघर्ष की संभावना हमेशा बनी रहती है।
- साक्षरता का स्तर: भारत में साक्षरता का स्तर अपेक्षाकृत कम है। 2011 की जनगणना के अनुसार, भारत की साक्षरता दर 74.04% है। इससे लोगों को लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को समझने और इसमें भाग लेने में कठिनाई होती है।
- गरीबी: भारत में एक बड़ी आबादी गरीबी में रहती है। इससे लोगों को अपने जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने में कठिनाई होती है। इससे लोगों का ध्यान लोकतंत्र से हट जाता है।
- सामाजिक और आर्थिक असमानता: भारत में सामाजिक और आर्थिक असमानता बहुत अधिक है। इससे लोगों में असंतोष और अशांति की स्थिति बनी रहती है। इससे लोकतंत्र के लिए चुनौतियां पैदा होती हैं।
इन चुनौतियों के बावजूद, भारत ने लोकतंत्र को सफलतापूर्वक स्थापित किया है। भारत दुनिया का सबसे पुराना और सबसे बड़ा लोकतंत्र है। भारत में लोकतंत्र को स्थापित करने में निम्नलिखित कारकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है:
- भारतीय संविधान: भारत का संविधान एक लोकतांत्रिक संविधान है। इसमें लोकतंत्र के सिद्धांतों और मूल्यों को मान्यता दी गई है।
- शिक्षा: भारत में शिक्षा के स्तर में वृद्धि हुई है। इससे लोगों को लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को समझने और इसमें भाग लेने में मदद मिली है।
- सामाजिक और आर्थिक विकास: भारत में सामाजिक और आर्थिक विकास हुआ है। इससे लोगों की स्थिति में सुधार हुआ है और उनके बीच एकता और सद्भाव बढ़ा है।
भारत में लोकतंत्र अभी भी एक विकासशील प्रक्रिया है। इसमें कई चुनौतियाँ हैं। लेकिन, इन चुनौतियों को दूर करके भारत लोकतंत्र को और अधिक मजबूत और स्थिर बना सकता है।
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