कार्बनिक खेती पर एक टिप्पणी लिखें। Carbonic kheti par ek tippani likhiye
सवाल: कार्बनिक खेती पर एक टिप्पणी लिखें।
कार्बनिक खेती एक ऐसी खेती पद्धति है जिसमें रासायनिक उर्वरक, कीटनाशक, और शाकनाशी का उपयोग नहीं किया जाता है। इस पद्धति में प्राकृतिक संसाधनों, जैसे कि खाद, जैविक कीटनाशकों, और जैविक नियंत्रण का उपयोग करके फसलों को उगाया जाता है।
कार्बनिक खेती के कई लाभ हैं, जिनमें शामिल हैं:
- पृथ्वी की उर्वरता को बनाए रखने में मदद करती है।
- जैव विविधता को बढ़ावा देती है।
- पानी और मिट्टी को प्रदूषित होने से बचाती है।
- फसलों की गुणवत्ता और पोषण मूल्य में सुधार करती है।
- खेतिहरों के स्वास्थ्य और सुरक्षा में सुधार करती है।
कार्बनिक खेती एक स्थायी खेती प्रणाली है जो पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। यह एक बढ़ती हुई खेती पद्धति है, और दुनिया भर में अधिक से अधिक किसान कार्बनिक खेती को अपना रहे हैं।
कार्बनिक खेती के कुछ महत्वपूर्ण सिद्धांत निम्नलिखित हैं:
- फसल चक्रण: फसलों को नियमित रूप से बदलना ताकि मिट्टी में पोषक तत्वों को बनाए रखा जा सके।
- खाद और कम्पोस्ट का उपयोग: फसलों को उर्वरित करने के लिए प्राकृतिक पदार्थों का उपयोग करना।
- जैविक कीट नियंत्रण: कीटों और रोगों को नियंत्रित करने के लिए प्राकृतिक तरीकों का उपयोग करना।
- यांत्रिक नियंत्रण: फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले जंगली जानवरों को नियंत्रित करने के लिए यांत्रिक उपकरणों का उपयोग करना।
भारत में कार्बनिक खेती
भारत में कार्बनिक खेती एक तेजी से बढ़ती हुई खेती पद्धति है। भारत में लगभग 3.6 मिलियन हेक्टेयर भूमि पर कार्बनिक खेती की जा रही है, जो दुनिया में सबसे अधिक है। भारत सरकार कार्बनिक खेती को बढ़ावा देने के लिए कई कार्यक्रम चला रही है।
कार्बनिक खेती के भविष्य
कार्बनिक खेती एक स्थायी खेती प्रणाली है जो पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। इस पद्धति की बढ़ती लोकप्रियता से यह अनुमान लगाया जा सकता है कि कार्बनिक खेती का भविष्य उज्ज्वल है।
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