बिंब विधान योजना से क्या तात्पर्य है उदाहरण सहित लिखिए? Bimb vidhan yojana se kya tatparya hai udaharan sahit likhiye
सवाल: बिंब विधान योजना से क्या तात्पर्य है उदाहरण सहित लिखिए?
काव्य में बिंब का प्रयोग एक महत्वपूर्ण साधन है। बिंब शब्दों द्वारा प्रस्तुत ऐसा चित्र है जो कल्पना द्वारा ऐंद्रिय अनुभवों के आधार पर निर्मित होता है। बिंबों का प्रयोग कविता को सजीव, प्रभावशाली, और अधिक अर्थपूर्ण बनाता है।
बिंब विधान योजना से तात्पर्य है कि कविता में बिंबों का प्रयोग किस प्रकार किया जाना चाहिए। बिंब विधान योजना में निम्नलिखित बातों पर ध्यान दिया जाता है:
- बिंबों का प्रकार: बिंबों को उनके प्रकार के आधार पर वर्गीकृत किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, दृश्य बिंब, श्रव्य बिंब, स्पर्श बिंब, गंध बिंब, और स्वाद बिंब।
- बिंबों का उपयोग: बिंबों का प्रयोग कविता के विभिन्न अंगों में किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, बिंबों का उपयोग कविता के शीर्षक, उद्देश्य, विषय, रस, वर्णन, संवाद, और उपमा आदि में किया जा सकता है।
- बिंबों का प्रभाव: बिंबों का प्रभाव कविता की भावाभिव्यक्ति को प्रभावित करता है। उदाहरण के लिए, यदि कविता में शांत रस का प्रयोग किया जा रहा है, तो शांत बिंबों का प्रयोग करना उचित होगा।
उदाहरण के लिए, यदि हम किसी कविता में प्रकृति का वर्णन कर रहे हैं, तो हम निम्नलिखित प्रकार के बिंबों का प्रयोग कर सकते हैं:
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दृश्य बिंब: जैसे, "हरे-भरे खेतों में सरसों की पीली फसल लहलहा रही थी।"
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श्रव्य बिंब: जैसे, "पक्षियों की चहचहाहट से पूरा वातावरण गुंजायमान हो गया था।"
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स्पर्श बिंब: जैसे, "शीतल हवा के झोंकों से मन और शरीर दोनों शीतल हो गए।"
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गंध बिंब: जैसे, "फूलों की सुगंध से वातावरण महक उठा था।"
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स्वाद बिंब: जैसे, "मीठे फल खाने से मन प्रसन्न हो गया।"
बिंब विधान योजना का प्रयोग करके कविता को अधिक प्रभावशाली और सजीव बनाया जा सकता है।
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