नदी के दोनों तटों के बीच की जगह को क्या कहते हैं? Nadi ke dono tato ke bich ki jagh ko kya khtye hai
सवाल: नदी के दोनों तटों के बीच की जगह को क्या कहते हैं?
नदी के दोनों तटों के बीच की जगह को दोआब कहा जाता है। यह शब्द दो और आब शब्दों से मिलकर बना है, जिसका अर्थ है दो पानी। दोआब नदी के दोनों किनारों पर फैले हुए मैदानी इलाके को कहते हैं। यह क्षेत्र आमतौर पर उपजाऊ होता है और खेती के लिए उपयुक्त होता है। दोआब में अक्सर जंगल और वनस्पतियों का भी विकास होता है।
दोआब नदियों के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे नदियों के किनारों को बाढ़ से बचाते हैं। दोआब नदियों के पानी को भी संग्रहित करने में मदद करते हैं, जिससे सिंचाई और अन्य उपयोगों के लिए पानी उपलब्ध होता है।
भारत में दोआब के कुछ प्रसिद्ध उदाहरण हैं:
- गंगा और यमुना के बीच का दोआब, जिसे गंगा-यमुना दोआब कहा जाता है।
- सिंधु और सतलुज के बीच का दोआब, जिसे सिंधु-सतलुज दोआब कहा जाता है।
- ब्रह्मपुत्र और मेघना के बीच का दोआब, जिसे ब्रह्मपुत्र-मेघना दोआब कहा जाता है।
दोआब न केवल भारत में, बल्कि दुनिया भर में पाए जाते हैं। उदाहरण के लिए, अमेरिका में मिसिसिपी नदी के बीच का दोआब, जिसे मिसिसिपी दोआब कहा जाता है, बहुत ही उपजाऊ और कृषि के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्र है।
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