टिहरी में किसानों द्वारा कौन सा आंदोलन चलाया गया? Tehri mein kisanon dwara kaun sa aandolan chalaya gaya


सवाल: टिहरी में किसानों द्वारा कौन सा आंदोलन चलाया गया?

टिहरी में किसानों द्वारा टिहरी बांध विरोधी आंदोलन चलाया गया। यह आंदोलन 1986 में शुरू हुआ और 2002 तक चला। इस आंदोलन का नेतृत्व पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा ने किया।

टिहरी बांध उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में भागीरथी और भिलंगना नदी पर बनने वाला एक विशाल बांध है। इस बांध के निर्माण से टिहरी शहर और आसपास के क्षेत्रों के हजारों लोगों को विस्थापित होना पड़ेगा। इसके अलावा, इस बांध से पर्यावरण को भी भारी नुकसान होगा।

किसानों का मानना था कि टिहरी बांध से उनके जीवन और आजीविका को खतरा होगा। उन्होंने बांध के निर्माण का विरोध करने के लिए कई तरह के आंदोलन किए। इनमें उपवास, धरना-प्रदर्शन, और जनसभाएं शामिल थीं।

आंदोलन के दबाव में सरकार को टिहरी बांध के निर्माण की योजना में कुछ बदलाव करने पड़े। इनमें विस्थापित लोगों के लिए पुनर्वास की व्यवस्था करना, और बांध के निर्माण से होने वाले पर्यावरणीय नुकसान को कम करना शामिल था।

हालांकि, आंदोलनकारी अभी भी टिहरी बांध के निर्माण के खिलाफ हैं। उनका मानना है कि बांध के निर्माण से पर्यावरण को भारी नुकसान होगा और यह एक प्राकृतिक आपदा का कारण बन सकता है।

टिहरी बांध विरोधी आंदोलन भारत के सबसे महत्वपूर्ण पर्यावरण आंदोलनों में से एक है। इस आंदोलन ने देश में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

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