सवाल: ट्रांसफार्मर का चित्र सहित वर्णन?
ट्रांसफार्मर एक विद्युत यंत्र है जो प्रत्यावर्ती धारा (AC) के वोल्टेज या धारा को बदलने के लिए उपयोग किया जाता है। यह दो कुंडलियों, प्राथमिक कुंडली और द्वितीयक कुंडली से बना होता है। प्राथमिक कुंडली को उच्च वोल्टेज या उच्च धारा के स्रोत से जोड़ा जाता है। द्वितीयक कुंडली को उपकरण या उपभोक्ता से जोड़ा जाता है।
ट्रांसफार्मर का कार्य सिद्धांत विद्युत चुम्बकीय प्रेरण पर आधारित है। जब एक कुंडली में प्रत्यावर्ती धारा प्रवाहित होती है, तो यह एक चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न करती है। यह चुंबकीय क्षेत्र दूसरी कुंडली में धारा प्रवाहित करता है।
ट्रांसफार्मर के दो मुख्य प्रकार होते हैं:
- उच्चायी ट्रांसफार्मर (Step-up transformer): यह ट्रांसफार्मर प्राथमिक कुंडली के वोल्टेज को द्वितीयक कुंडली के वोल्टेज से अधिक करता है।
- अपचायी ट्रांसफार्मर (Step-down transformer): यह ट्रांसफार्मर प्राथमिक कुंडली के वोल्टेज को द्वितीयक कुंडली के वोल्टेज से कम करता है।
ट्रांसफार्मर का उपयोग विभिन्न प्रकार के अनुप्रयोगों में किया जाता है, जिनमें शामिल हैं:
- विद्युत शक्ति प्रणाली: ट्रांसफार्मर का उपयोग बिजली संयंत्रों से घरों और व्यवसायों तक बिजली पहुंचाने के लिए किया जाता है।
- उद्योग: ट्रांसफार्मर का उपयोग विभिन्न औद्योगिक उपकरणों को चलाने के लिए किया जाता है।
- उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स: ट्रांसफार्मर का उपयोग उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, जैसे कि टीवी, रेडियो, और कंप्यूटर में किया जाता है।
ट्रांसफार्मर एक महत्वपूर्ण विद्युत उपकरण है जो हमारे दैनिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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