प्रगतिवाद के दो कवियों एवं उनकी एक एक रचना का नाम लिखिए? Pragativad ke do kaviyon avn unki ek ek rachna ka naam likhiye
सवाल: प्रगतिवाद के दो कवियों एवं उनकी एक एक रचना का नाम लिखिए?
प्रगतिवाद के दो कवि एवं उनकी एक-एक रचना का नाम:
1. सुमित्रानंदन पंत:
- रचना: युगांत
2. रामधारी सिंह दिनकर:
- रचना: कुरुक्षेत्र
प्रगतिवादी कविता 20वीं शताब्दी के मध्य में उभरी एक साहित्यिक धारा है। यह कविता सामाजिक यथार्थ को दर्शाती है और गरीबों, दलितों, और वंचितों की आवाज उठाती है। प्रगतिवादी कविता में राष्ट्रवाद, समाजवाद, और मानवतावाद जैसे विचारों को भी महत्व दिया जाता है।
प्रगतिवादी कवियों की कुछ प्रमुख विशेषताएं:
- सामाजिक यथार्थ का चित्रण: प्रगतिवादी कविता समाज की वास्तविकता को दर्शाती है। इसमें गरीबी, भेदभाव, और सामाजिक अन्याय जैसे मुद्दों पर प्रकाश डाला जाता है।
- गरीबों, दलितों, और वंचितों की आवाज: प्रगतिवादी कविता गरीबों, दलितों, और वंचितों की आवाज उठाती है। यह उनके संघर्षों और दर्द को व्यक्त करती है।
- राष्ट्रवाद, समाजवाद, और मानवतावाद: प्रगतिवादी कविता में राष्ट्रवाद, समाजवाद, और मानवतावाद जैसे विचारों को महत्व दिया जाता है।
प्रगतिवादी कविता ने हिंदी साहित्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसने सामाजिक चेतना को जागृत करने और समाज में बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
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