हिन्दी साहित्य के आरंभिक काल को आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने क्या कहा है?
Saturday, January 25, 2025
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सवाल: हिन्दी साहित्य के आरंभिक काल को आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने क्या कहा है?
आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने हिन्दी साहित्य के आरंभिक काल को 'बीज-वपन काल' कहा है। इस काल में हिन्दी भाषा के बीज बोए गए थे और यह काल लगभग 10वीं से 14वीं शताब्दी के बीच है। इस समय के साहित्य को बाद में 'आदिकाल' या 'वीरगाथा काल' भी कहा गया, जिसमें प्रमुखतः वीरगाथा और धार्मिक साहित्य का विकास हुआ।
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