पठन कौशल में स्कैनिंग पद की व्याख्या कीजिए।
सवाल: पठन कौशल में स्कैनिंग पद की व्याख्या कीजिए।
स्कैनिंग (Scanning) पठन कौशल का एक महत्वपूर्ण भाग है। स्कैनिंग एक त्वरित पठन तकनीक है जिसमें पाठक विशेष जानकारी या तथ्य को जल्दी से ढूंढने के लिए पाठ का तेजी से अवलोकन करता है। इस तकनीक का उपयोग तब किया जाता है जब पाठक को पूरी सामग्री को ध्यानपूर्वक पढ़ने की आवश्यकता नहीं होती, बल्कि उसे केवल विशिष्ट जानकारी की खोज करनी होती है।
स्कैनिंग की विशेषताएँ:
लक्ष्य-निर्धारण: पाठक को पहले से यह पता होता है कि वह किस प्रकार की जानकारी ढूंढ रहा है, जैसे कोई नाम, तारीख, संख्या, या विशेष शब्द।
तेजी से अवलोकन: स्कैनिंग में पाठक पूरे पाठ को ध्यानपूर्वक पढ़ने के बजाय, उसे जल्दी-जल्दी देखता है।
विशिष्ट जानकारी पर ध्यान: स्कैनिंग का मुख्य उद्देश्य विशेष जानकारी को ढूंढना होता है, जैसे कोई विशेष कथन, आंकड़ा या शब्द समूह।
आंखों की तेजी: इस तकनीक में आंखों की गति महत्वपूर्ण होती है, ताकि पाठक जल्दी से संबंधित जानकारी को पहचान सके।
उदाहरण:
यदि किसी पाठ में आपको यह जानना है कि "भारत की स्वतंत्रता कब हुई?" तो आप तिथि (15 अगस्त 1947) की खोज में पूरे पाठ को तेजी से स्कैन करेंगे, बिना बाकी जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़े।
इस प्रकार, स्कैनिंग एक उपयोगी पठन कौशल है जो समय की बचत करता है और विशेष जानकारी को तेजी से प्राप्त करने में मदद करता है।
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