सवाल: स्वतंत्रता के समय देश में कौन सी समस्या थी?
स्वतंत्रता के समय भारत को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ा था, जिनमें से कुछ प्रमुख समस्याएँ निम्नलिखित थीं:
राजनीतिक समस्याएँ:
विभाजन: भारत का विभाजन 1947 में हुआ था, जिसके परिणामस्वरूप लाखों लोगों को विस्थापित होना पड़ा और सांप्रदायिक हिंसा हुई।
राजनीतिक अस्थिरता: स्वतंत्रता के बाद, भारत को एक नया संविधान लिखना था और एक लोकतांत्रिक सरकार स्थापित करनी थी।
राज्य पुनर्गठन: भारत को भाषाई और सांस्कृतिक आधार पर राज्यों में पुनर्गठित किया जाना था।
आर्थिक समस्याएँ:
गरीबी: स्वतंत्रता के समय भारत एक गरीब देश था।
असमानता: देश में आय और धन का वितरण असमान था।
खाद्य सुरक्षा: भारत में खाद्य सुरक्षा की कमी थी।
अवसंरचना की कमी: भारत में सड़कों, रेलवे, बिजली और सिंचाई जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी थी।
सामाजिक समस्याएँ:
जातिवाद: भारत में जातिवाद एक बड़ी सामाजिक समस्या थी।
छुआछूत: छुआछूत भारत में एक सामाजिक बुराई थी।
सांप्रदायिकता: भारत में सांप्रदायिक हिंसा एक बड़ी समस्या थी।
महिलाओं की स्थिति: भारत में महिलाओं की स्थिति दयनीय थी।
इन समस्याओं के अलावा, भारत को निम्नलिखित चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा:
राष्ट्रीय सुरक्षा: भारत को पाकिस्तान से खतरा था।
शीत युद्ध: भारत को शीत युद्ध में शामिल देशों के बीच तनाव का सामना करना पड़ा।
अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में भारत का स्थान: भारत को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में अपना स्थान बनाना था।
इन सभी चुनौतियों के बावजूद, भारत ने उल्लेखनीय प्रगति की है। आज भारत एक लोकतांत्रिक, गणतंत्रीय और धर्मनिरपेक्ष देश है। यह दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। भारत ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष अनुसंधान और रक्षा में महत्वपूर्ण प्रगति की है।
हालांकि, भारत को अभी भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जैसे कि गरीबी, असमानता, भ्रष्टाचार और सांप्रदायिकता। भारत सरकार इन चुनौतियों का समाधान करने और सभी नागरिकों के लिए बेहतर जीवन स्तर प्रदान करने के लिए काम कर रही है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि भारत की स्वतंत्रता एक सतत प्रक्रिया है। हमें स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों को याद रखना चाहिए और एक बेहतर भारत बनाने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।
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