रोपण कृषि की दो विशेषताएं लिखिए? Ropan krishi ki do visheshtaen likhiye

रोपण कृषि की दो विशेषताएं लिखिए?


सवाल: रोपण कृषि की दो विशेषताएं लिखिए?

रोपण कृषि एक प्रमुख कृषि प्रवृत्ति है जिसमें बीजों को मिट्टी में नियमित रूप से रोपित किया जाता है। यह उन्नत तकनीकों का प्रयोग करके उच्च उत्पादकता, जल संरक्षण और वातावरणीय संतुलन प्रदान करने का एक माध्यम है। इसकी दो मुख्य विशेषताएं हैं:

1. स्थायी पौधा संरचना: रोपण कृषि में पौधों को मिट्टी में स्थायी रूप से रोपा जाता है। इसके लिए विशेष तकनीकों का प्रयोग किया जाता है, जैसे कि साइल बेड, साइल मेंटेनेंस, नियमित खाद प्रबंधन और पानी की सही आपूर्ति इत्यादि। इस तरीके से, पौधे मजबूत होते हैं और अधिक मात्रा में पोषक तत्वों को अवशोषित कर सकते हैं, जो उनकी विकास और उत्पादकता को बढ़ाता है।

2. जल संरक्षण: रोपण कृषि में जल संरक्षण एक महत्वपूर्ण विशेषता है। इसके लिए विभिन्न पानी संरक्षण तकनीकों का प्रयोग किया जाता है, जैसे कि सिंचाई पद्धतियाँ, बूंद बूंद सिंचाई, स्थायी सिंचाई इत्यादि। इससे जल का सही उपयोग होता है और पानी की बर्बादी को कम किया जाता है। यह पानी की बचत के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन के दौरान भी स्थिरता और संतुलन को बढ़ाता है।

ये विशेषताएं रोपण कृषि के उदाहरण हैं और इसमें और भी अनेक तत्व हो सकते हैं जो इस कृषि प्रवृत्ति को अनुकरणीय बनाते हैं।

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