15वीं सदी में इटली के नगरों के पुनरुत्थान के दो कारणों का वर्णन करें?
सवाल: 15वीं सदी में इटली के नगरों के पुनरुत्थान के दो कारणों का वर्णन करें?
15वीं सदी में इटली के नगरों के पुनरुत्थान के दो प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:
1. व्यापार का विकास: 12वीं शताब्दी से इटली के नगरों में व्यापार का तेजी से विकास हुआ। इटली के व्यापारी बीजान्टियम साम्राज्य, इस्लामी देशों और चीन के साथ व्यापार करते थे। इस व्यापार से इटली के नगरों को भारी लाभ हुआ। व्यापार से प्राप्त धन से नगरों का विकास हुआ और वे आर्थिक रूप से समृद्ध हुए।
2. मानवतावाद का उदय: 14वीं शताब्दी से इटली में मानवतावाद का उदय हुआ। मानवतावाद एक ऐसी विचारधारा थी जो मानवता को महत्व देती थी। मानवतावाद ने लोगों को प्राचीन ग्रीस और रोम की सभ्यता के प्रति आकर्षित किया। प्राचीन ग्रीस और रोम की सभ्यता के अध्ययन से लोगों में ज्ञान और विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ी। इस रुचि ने इटली के नगरों के पुनरुत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इन दो कारणों के अतिरिक्त, इटली के नगरों के पुनरुत्थान में निम्नलिखित कारकों का भी योगदान रहा:
- इटली के नगरों की स्वतंत्रता: इटली के नगरों में सामंतों का प्रभाव कम था। नगरों के लोग अपने मामलों को स्वयं नियंत्रित करते थे। इस स्वतंत्रता ने नगरों के विकास को प्रोत्साहित किया।
- इटली में राजनीतिक एकता का अभाव: इटली में राजनीतिक एकता का अभाव था। इटली कई छोटे-छोटे राज्यों में बंटा हुआ था। इस अराजकता ने नगरों को अपने विकास के लिए स्वतंत्रता प्रदान की।
इटली के नगरों के पुनरुत्थान ने यूरोप के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित किया। इसने यूरोप में पुनर्जागरण की शुरुआत की। पुनर्जागरण ने यूरोप के सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक जीवन में महत्वपूर्ण परिवर्तन लाए।
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