हड़प्पा सभ्यता के उदय विस्तार एवं पतन का वर्णन कीजिए? Hadpaa shbyata ke udhye vistar evm patan ka varnan kijiye
सवाल: हड़प्पा सभ्यता के उदय विस्तार एवं पतन का वर्णन कीजिए?
हड़प्पा सभ्यता का उदय
हड़प्पा सभ्यता का उदय लगभग 7500 ईसा पूर्व से 3300 ईसा पूर्व के बीच हुआ था। इस सभ्यता का प्रारंभिक विकास सिंधु नदी और घघ्घर/हकड़ा (प्राचीन सरस्वती नदी) के किनारे हुआ। इस सभ्यता के विकास के लिए निम्नलिखित कारक जिम्मेदार थे:
- उपजाऊ भूमि: सिंधु नदी और घघ्घर/हकड़ा नदी के किनारे उपजाऊ भूमि थी। इस भूमि में कृषि के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ थीं।
- जलवायु: इस क्षेत्र की जलवायु कृषि के लिए उपयुक्त थी।
- खनिज संसाधन: इस क्षेत्र में खनिज संसाधनों की प्रचुरता थी। इन संसाधनों का उपयोग औद्योगिक विकास के लिए किया गया।
- व्यापार: इस सभ्यता के लोग व्यापारिक गतिविधियों में संलग्न थे। व्यापार ने इस सभ्यता के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
हड़प्पा सभ्यता का विस्तार
हड़प्पा सभ्यता का विस्तार बहुत तेजी से हुआ। इस सभ्यता के प्रमुख नगरों में हड़प्पा, मोहनजोदड़ो, कालीबंगा, लोथल, धोलावीरा और राखीगढ़ी शामिल थे। इस सभ्यता का विस्तार पाकिस्तान, भारत और अफगानिस्तान के कुछ हिस्सों में हुआ।
हड़प्पा सभ्यता की विशेषताएं
हड़प्पा सभ्यता एक विकसित सभ्यता थी। इस सभ्यता की निम्नलिखित विशेषताएं थीं:
- शहरीकरण: हड़प्पा सभ्यता एक नगरीय सभ्यता थी। इस सभ्यता के प्रमुख नगरों में अच्छी तरह से योजनाबद्ध शहरी व्यवस्था थी।
- वास्तुकला: हड़प्पा सभ्यता की वास्तुकला अत्यंत विकसित थी। इस सभ्यता के प्रमुख नगरों में बड़े-बड़े महल, मंदिर, स्नानागार और बाजार थे।
- कला: हड़प्पा सभ्यता की कला भी अत्यंत विकसित थी। इस सभ्यता में मिट्टी के बर्तन, मुहरें, मूर्तियाँ आदि बनाई जाती थीं।
- धर्म: हड़प्पा सभ्यता के लोग एक सर्वेश्वरवादी धर्म में विश्वास करते थे। इस सभ्यता में देवी-देवताओं की पूजा की जाती थी।
- व्यापार: हड़प्पा सभ्यता के लोग व्यापारिक गतिविधियों में संलग्न थे। इस सभ्यता के लोग अन्य सभ्यताओं के साथ व्यापार करते थे।
- मुद्रा: हड़प्पा सभ्यता में मुद्रा का प्रयोग किया जाता था। इस सभ्यता में तांबे की मुद्राएँ बनाई जाती थीं।
हड़प्पा सभ्यता का पतन
हड़प्पा सभ्यता का पतन लगभग 1900 ईसा पूर्व के आसपास हुआ। इस सभ्यता के पतन के कारणों पर विद्वानों में मतभेद है। कुछ विद्वानों का मानना है कि इस सभ्यता का पतन बाढ़, सूखे या अन्य प्राकृतिक आपदाओं के कारण हुआ। कुछ अन्य विद्वानों का मानना है कि इस सभ्यता का पतन आक्रमणों या आंतरिक संघर्षों के कारण हुआ।
हड़प्पा सभ्यता का महत्व
हड़प्पा सभ्यता भारत की प्राचीनतम सभ्यता है। इस सभ्यता ने भारतीय संस्कृति के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हड़प्पा सभ्यता के निम्नलिखित महत्व हैं:
- **हड़प्पा सभ्यता ने भारत के इतिहास में एक नए युग का प्रारंभ किया।
- **इस सभ्यता ने भारत में नगरीकरण, वास्तुकला, कला, धर्म, व्यापार आदि के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
- **इस सभ्यता ने भारत की संस्कृति और सभ्यता को विश्व संस्कृति के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
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