हैदराबाद की रियासत पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए? Hyderabad ki riyasat par sankshipt tippani likhiye
सवाल: हैदराबाद की रियासत पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए?
हैदराबाद की रियासत ब्रिटिश भारत की सबसे बड़ी रियासतों में से एक थी। यह 1724 से 1948 तक आसफ़ जाही राजवंश के अधीन थी। इस रियासत का क्षेत्रफल 82,000 वर्ग मील (212,000 वर्ग किमी) था, जो इंग्लैंड और स्कॉटलैंड के कुल क्षेत्रफल से भी अधिक था। इसकी आबादी लगभग एक करोड़ सत्तर लाख थी। हैदराबाद रियासत में आज का मराठवाड़ा, कर्नाटक के कई इलाके और पूरा तेलंगाना शामिल था।
हैदराबाद रियासत एक समृद्ध और शक्तिशाली रियासत थी। इसकी अपनी सेना, एयरलाइन, दूरसंचार प्रणाली, रेलवे नेटवर्क, डाक प्रणाली, मुद्रा और रेडियो प्रसारण सेवा थी। हैदराबाद रियासत की अपनी कला, संस्कृति और साहित्य की समृद्ध विरासत थी।
1947 में भारत की स्वतंत्रता के बाद, हैदराबाद रियासत ने भारत में विलय करने से इनकार कर दिया। इसके कारण 1948 में भारत सरकार ने ऑपरेशन पोलो नामक सैन्य अभियान चलाया और हैदराबाद रियासत को भारत में विलय कर दिया गया।
हैदराबाद रियासत के विलय के बाद, इसे भारत के तेलंगाना और मराठवाड़ा राज्यों में विभाजित कर दिया गया। 2014 में, तेलंगाना राज्य का गठन किया गया और हैदराबाद इस राज्य की राजधानी बना।
हैदराबाद रियासत का भारत के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान है। यह एक समृद्ध और शक्तिशाली रियासत थी, जिसकी अपनी अनूठी कला, संस्कृति और साहित्य की विरासत थी।
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