किसी विद्युत परिपथ में लघुपथन कब होता है? Kisi vidyut me laghupathan kab hota hai
सवाल: किसी विद्युत परिपथ में लघुपथन कब होता है?
किसी विद्युत परिपथ में लघुपथन तब होता है जब विद्युन्मय तार (धनात्मक तार) तथा उदासीन तार (ऋणात्मक तार) सीधे संपर्क में आ जाते हैं। ऐसा तब होता है जब तारों के विद्युतरोधी आवरण क्षतिग्रस्त हो जाए या साधित्र में कोई दोष हो।
लघुपथन के कारण विद्युत परिपथ में विद्युत धारा अचानक बहुत अधिक बढ़ जाती है। इससे परिपथ में लगे उपकरण क्षतिग्रस्त हो सकते हैं या आग लग सकती है।
लघुपथन के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं:
- तारों के विद्युतरोधी आवरण का क्षतिग्रस्त होना
- साधित्रों में दोष होना
- यांत्रिक कंपन
- विद्युत प्रवाह में अचानक वृद्धि
लघुपथन से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:
- तारों को सुरक्षित रूप से बांधना चाहिए और उनके विद्युतरोधी आवरण को अच्छी तरह से सुरक्षित करना चाहिए।
- साधित्रों की नियमित रूप से जांच करनी चाहिए और यदि कोई दोष हो तो उसे ठीक करवाना चाहिए।
- विद्युत परिपथ में लगे उपकरणों की क्षमता के अनुसार ही विद्युत प्रवाह का प्रवाह होना चाहिए।
लघुपथन के कारण होने वाली आग से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:
- विद्युत परिपथ में लगे उपकरणों को सुरक्षित स्थान पर रखना चाहिए।
- विद्युत परिपथ में आग लगने की स्थिति में तुरंत बिजली का स्विच बंद कर देना चाहिए।
लघुपथन एक गंभीर समस्या है। इससे विद्युत परिपथ में लगे उपकरण क्षतिग्रस्त हो सकते हैं या आग लग सकती है। इसलिए, लघुपथन से बचने के लिए उचित उपाय करना आवश्यक है।
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