मानव उत्सर्जन तंत्र का सचित्र वर्णन कीजिए? Manav utsarjan tantra ka sachitra varnan kijiye


सवाल: मानव उत्सर्जन तंत्र का सचित्र वर्णन कीजिए?

मानव उत्सर्जन तंत्र एक प्रणाली है जो शरीर से अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने के लिए जिम्मेदार है। इस प्रणाली में निम्नलिखित अंग शामिल हैं:

  • वृक्क: वृक्क शरीर के मुख्य उत्सर्जी अंग हैं। वे रक्त से अपशिष्ट पदार्थों को निकालते हैं और उन्हें मूत्र के रूप में शरीर से बाहर निकालते हैं।
  • मूत्रवाहिनियां: मूत्रवाहिनियां वृक्कों से मूत्राशय तक मूत्र ले जाती हैं।
  • मूत्राशय: मूत्राशय एक थैली है जो मूत्र का संग्रह करता है।
  • मूत्रमार्ग: मूत्रमार्ग मूत्राशय से मूत्र को बाहर निकालता है।

मानव उत्सर्जन तंत्र का कार्य निम्नलिखित है:

  • अपशिष्ट पदार्थों को शरीर से बाहर निकालना: शरीर के कार्यों के दौरान, कई अपशिष्ट पदार्थ उत्पन्न होते हैं। ये अपशिष्ट पदार्थ रक्त में अवशोषित हो जाते हैं और उन्हें शरीर से बाहर निकालने की आवश्यकता होती है।
  • तरल पदार्थों के संतुलन को बनाए रखना: उत्सर्जन तंत्र शरीर में तरल पदार्थों के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
  • रक्तचाप को नियंत्रित करना: उत्सर्जन तंत्र रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है।

मानव उत्सर्जन तंत्र का कार्य निम्नलिखित चरणों में होता है:

  1. रक्त वृक्कों में प्रवेश करता है।
  2. वृक्क रक्त से अपशिष्ट पदार्थों को निकालते हैं।
  3. अपशिष्ट पदार्थ मूत्र के रूप में संग्रहित होते हैं।
  4. मूत्र मूत्राशय में संग्रहित होता है।
  5. मूत्र मूत्रमार्ग से शरीर से बाहर निकलता है।

मानव उत्सर्जन तंत्र एक महत्वपूर्ण प्रणाली है जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करती है।

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