आचार्य रामचंद्र शुक्ल के अनुसार निबंध की परिभाषा लिखिए? Aacharya ramchandra sukal ke anushar nibandh paribhasha likhiye
सवाल: आचार्य रामचंद्र शुक्ल के अनुसार निबंध की परिभाषा लिखिए?
आचार्य रामचंद्र शुक्ल, जो हिंदी साहित्य के प्रमुख आलोचक माने जाते हैं, उन्होंने निबंध को एक विशेष विधा के रूप में परिभाषित किया है। उनके अनुसार, निबंध वह लेख होता है जिसमें किसी विषय पर व्यक्तिगत दृष्टिकोण और अनुभव के आधार पर विचारों को सुगठित और संगठित तरीके से प्रस्तुत किया जाता है। शुक्ल जी का मानना था कि निबंध में लेखक की व्यक्तिगत अभिव्यक्ति होती है, जो उसके मनोविज्ञान और विचारधारा को प्रकट करती है। निबंध लेखन में भाव, मनोविकार और मनोविश्लेषणात्मक तत्वों का महत्वपूर्ण स्थान होता है, जो पाठक को लेखक के विचारों और अनुभवों से जोड़ते हैं। इस प्रकार, निबंध लेखन एक कलात्मक और विचारशील अभ्यास है जो लेखक के विचारों को एक सुसंगत और प्रभावशाली ढंग से प्रकट करता है।
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