दूर संवेदन का भूगोल में क्या महत्व है? Dur samvedan ka bhugol me kya mahatva hai

दूर संवेदन का भूगोल में क्या महत्व है?


सवाल: दूर संवेदन का भूगोल में क्या महत्व है?

दूर संवेदन तकनीक का भूगोल में बहुत महत्व है। इसका उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में होता है, जैसे कि:

- वास्तुकला और शहरी योजना: शहरों की योजना और विकास में दूर संवेदन डेटा का उपयोग करके बेहतर निर्णय लिए जा सकते हैं¹।

- खनिजों का पता लगाना: खनिज संसाधनों की खोज और उनके वितरण का अध्ययन।

- मौसम विज्ञान: मौसम की भविष्यवाणी और जलवायु परिवर्तन के अध्ययन में।

- प्राकृतिक आपदाओं का पता लगाना: आपदाओं के प्रबंधन और उनके प्रभावों का आकलन करने में।

- पर्यावरणीय निगरानी: प्रदूषण की निगरानी और पर्यावरणीय परिवर्तनों का अध्ययन।

- कृषि: फसलों की स्थिति और उत्पादन क्षमता का आकलन।

- वनस्पति और वन्यजीवन: वनस्पति कवर और वन्यजीवन के वितरण का अध्ययन।

- रक्षा और सुरक्षा: सीमा सुरक्षा और सैन्य अभियानों में भू-स्थानिक डेटा का उपयोग।

इस प्रकार, दूर संवेदन तकनीक भूगोल के विभिन्न पहलुओं में गहराई से जुड़ी हुई है और इसका उपयोग विश्लेषण, नियोजन और निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में किया जाता है।

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