उषा की दीपावली लघुकथा द्वारा प्राप्त संदेश लिखिए? Usha ki dipawali laghukatha dwara prapt sandesh likhiye
सवाल: उषा की दीपावली लघुकथा द्वारा प्राप्त संदेश लिखिए?
'उषा की दीपावली' लघुकथा के माध्यम से लेखक संतोष श्रीवास्तव ने त्यौहारों पर होने वाली फिजूलखर्ची और अनाज की बरबादी पर प्रकाश डाला है। इस कथा में उषा, एक बालिका के रूप में, दीपावली के अवसर पर अपने घर में बने पकवानों की अपेक्षा बाजारू चीजों को पसंद करती है, जिससे अनाज की बरबादी होती है। इस कथा के जरिए लेखक यह संदेश देना चाहते हैं कि हमें त्यौहारों पर अनावश्यक खर्च से बचना चाहिए और गरीबों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए। उषा की द्रवित प्रतिक्रिया और आटे के दीपक बटोरते हुए उसकी भावनाएं इस बात की ओर इशारा करती हैं कि हमें अन्न का सदुपयोग करना चाहिए और इसकी बरबादी से बचना चाहिए। इस प्रकार, यह कथा हमें जीवन में संयम और संवेदनशीलता का महत्व सिखाती है।
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