वक्रोक्ति अलंकार की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिए? Vakrokti alankar ki paribhasha udaharan sahit likhiye
सवाल: वक्रोक्ति अलंकार की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिए?
वक्रोक्ति अलंकार हिंदी व्याकरण के अलंकार के शब्दों अलंकार 6 भेदों में से एक है। इस अलंकार में वक्ता के द्वारा बोले गए शब्दों का श्रोता अलग अर्थ निकालता है, और उसे वक्रोक्ति अलंकार कहते हैं। इसका प्रयोग प्रायः व्यंग्यात्मक, कटाक्ष एवं हंसी मजाक आदि के रूप में होता है।
उदाहरण:
- "मैं सुकुमारि नाथ बन जोगू। तुमहिं उचित तप मोकहँ भोगू।" इस उदाहरण में सीता राम से कहती है- "मैं सुकुमारी हूँ और आप वन जाने के योग्य हैं; तुम्हारे लिए तप का रास्ता उचित है, मुझे भोग के रास्ते पर चलने को कह रहे हैं।" यहाँ सीता के कहने के विशेष प्रकार यानी स्वर विकार (काकु) के कारण यह ध्वनित हो रहा है कि मैं ही सुकुमारी नहीं हूँ, आप भी सुकुमार हैं। अतः स्पष्ट है यहाँ वक्रोक्ति अलंकार है। अर्थात- "जब वक्ता के शब्दों का श्रोता अन्य अर्थ समझे, और उस अर्थ के अनुसार व्यवहार या कार्य करे, वहाँ वक्रोक्ति अलंकार होता है।" अन्य शब्दों में- "ऐसा काव्य जिसमें सुनने वाला किसी के कहे गए शब्दों के इतर अन्य अर्थ की कल्पना करे तो इसे वक्रोक्ति अलंकार कहते हैं।
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